|शबे मेराज की हकीकत (इसरा और मेराज का बयान )

गयी. मेराज का वाकिया इस्लामिक तारिख में एक अहम् तरीन वाकिया है जिसमे मुहम्मदुर रसूलल्लाह ? को अल्लाह तआला ने अपनी बड़ी बड़ी निशानियों को दिखाया, उनसे अम्बिया की मुलाकात कराई, उन्हें आसमानो की सैर करवाई गयी, उन्हें जन्नत और दोजख को दिखाया गया और सबसे बड़ी बात के उन्हें अल्लाह की तरफ से एक अजीम तोहफा दिया गया जो के उनकी पूरी उम्मत के लिए था, और वो तोहफा था पांच नमाज, आइये मेराज के बारे में थोड़ी तफ्सील से जानें मेराज दरअसल एक सफर नहीं बल्कि दो सफर का पूरा वाकिया है जिसे अगर इसरा और मेराज का सफर कहें तो ज्यादा बेहतर होगा, क्योंके एक सफर में आप ? मस्जिद-हराम (खान-ए- काया) से मस्जिदे अकूसा (वैतूल मदिस) को गए और फिर दूसरा सफर आसमानों का किया जहाँ आप सातों आसमान पे गए और सिदरतुल मुंतहा पे भी आपको ले जाया गया और फिर आपको जन्नत और जहनुम की भी सैर कराई अल-इसरा सबसे पहले हम इसरा के सफर की तफ्सील देखेंगे. दरअसल कुरआन की आयतें तफ्सीर और बहुत सी सही हदीसों को जब कड़ी से कड़ी मिलाएं तो पूरी तफ्सील एक मुकम्मल शक्ल में सामने आती है जिसे इंशा अल्लाह हम एक सच्ची हिकायत की सूरत में बयान करेंगे. रात के वक्त अल्लाह के रसूल ? सोये हुए थे के रात के किसी पर आपके घर की छत फटी और जिब्राइल अलैहिए वहां आये और आपको मस्जिदे से कड़ी मिलाएं तो पूरी तफ्सील एक मुकम्मल शक्ल में सामने आती है जिसे इंशा अल्लाह हम एक सच्ची हिकायत की सूरत में बयान करेंगे. रात के वक्त अल्लाह के रसूल ? सोये हुए थे के रात के किसी पर आपके घर की छत फटी और जिब्राइल अलैहिए वहां आये और आपको मस्जिदे हराम ले जाया गया, आप पर उस वक्त गुनूदगी तारी थी. आप को वह ले जा कर लिटा दिया गया और फिर आपके सीने को पेट के निचे तक चाक किया गया और आपके दिल- गुर्दे को ज़मज़म से धोया गया. फिर एक कटोरी लायी गयी जिसमें ईमान था और इसे आपके सीने में डाला गया और फिर सारी चीजों को वापिस रख कर चाक सीने को बंद कर दिया गया. आप ? के सामने एक सवारी लायी गयी जो कुद में गधे से थोड़ा बय़ और खच्चर से थोड़ा छोटा था और जो सफेद रंग का था जिसका नाम बुक था. इस जानवर के बारे में आप ? ने बताया के इसकी नज़र जहाँ तक जाती, उसका अगला कदम वही होता. आप ? उसपर सवार हुए और मस्जिद-ए-हराम से मस्जिद-ए-अकूसा पहुँचे इस सफर का जिक्र अल्लाह तआला ने कुरआने करीम में भी किया है. अल्लाह तआला कुरआन में फरमाता है वह जात पाक है जो ले गया अपने वन्दे को मस्जिद-हराम (खान-ए-काबा) से मस्जिदे अकूसा (बैतूल मदिस) तक जिसके इर्द गिर्द हमने बरकतें राखी हैं, ले गया ताकि हम उसे अपनी कुदरत की निशानिया दिखाएँ बेशक वह सुनने वाला और देखने वाला है. (सूरह 17 इस्राइल, आयत 1) कुछ रिवायत में ये भी हैं के इसरा के सफर के दौरान आपका गुज़र एक लाल रंग के टीले के पास से हुआ. वहाँ आपने हज़रते मूसा अलैह्यि को देखा. आपने देखा के हज़रते मूसा अलैहिए अपनी कुबर में खड़े हो कर नमाज़ पढ़ रहे हैं. आप मस्जिदे अकसा पहुँचे और वहां आपने उस बुर्राक़ को उस जगह पे बांध दिया जहाँ अम्विया अपने सिदरतुल सवारियों को बाँधा करते थे. फिर आप मस्जिद- ए-अक्सा में दाखिल हुए जहाँ तमाम अम्बिया और रसूल मौजूद थे. आपने वहाँ नमाज़ पढाई और सबने आपकी इमामत में नमाज़ पढ़ी, उसके बाद आपके पास जित्राइल अलैहिस्सलाम दो प्याले ले कर आये जो की एक शराब का प्याला था और दूसरा दूध का प्याला. उन्होंने आप ? से कोई एक प्याला लेने को कहा. आपने दूध का प्याला उठाया. फिर जिब्राइल अलैDि ने फरमाया के आप ने फितरत को चुना और आप और आपकी उम्मत फितरत पे हैं. था और दूसरा दूध का प्याला. उन्होंने आप ? से कोई एक प्याला लेने को कहा. आपने दूध का प्याला उठाया. फिर जिब्राइल अलैDि ने फरमाया के आप ने फितरत को चुना और आप और आपकी उम्मत फितरत पे हैं. अल-मेराज आपको जिब्राइल अलैहिस्लाम फिर अपने साथ ले कर आसमानो की तरफ कूच किया, सबसे पहले जिब्राइल आपको ले कर पहले आसमान पे पहुँचे. जिब्राइल ने वहां दस्तक दी तो दूसरों तरफ से पूछा गया के कौन है? जिब्राइल ने अपना नाम बताया, फिर पूछा गया के साथ में कौन है? जिब्राइल ने कहा के मुहम्मद ? मेरे साथ हैं. फिर पूछा गया के क्या उनके साथ यह आने की आपको इजाज़त मिली है? जिब्राइल ने कुबुल किया के उन्हें अल्लाह ने इसका हुक्म दिया है, फिर आवाज़ आयी के मरहबा प्यारे रसूल,आपको यहां आना मुबारक फिर दरवाजा खोल गया. आप ? जिब्राइल के साथ पहले आसमान पे दाखिल हुए, वहां आपने एक बुजुर्ग को देखा आपने जिब्राइल से सवाल किया के ये बुजुर्ग शखा कौन हैं? जिब्राइल ने कहा के ये आपके बाप हज़रते आदम अलैहिस्सलाम हैं, इन्हें सलाम कीजिये आपने हज़रते आदम अलैहिस्सलाम को सलाम किया. हज़रते आदम ने जवाब दिया और फ़रमाया के मरहवा ऐ नेक बेटे और सालेह रसूल, फिर आप जिब्राइल के साथ दुसरे आसमान पे गए वहाँ पे भी जिब्राइल से उसी तरह दरवाजे पे पूछ-ताछ हुई और आप ? का इस्तकबाल किया गया और फिर आपने दुसरे आसमान पे हजरते यहया अलैहिए और हज़रते ईसा अलैह्यि से मुलाकात हुई और सलाम कहा, आप ? फरमाते हैं की हज़रते ईसा अलैहि दरमियान कद के हैं और सुर्ख रंगत है, बाल घुबराले कन्धों तक और ऐसा के जैसे अभी अभी नहाये हों. हज़रते यहया अलैछि और हजरते ईसा अलैहि आपस में खोलाज़ाद भाई हैं. हज़रते यहया और हज़रते ईसा अलैहिया ने भी उनका इस्तकबाल किया और कहा मरहबा ऐ प्यारे भाई और प्यारे नबी, फिर जिब्राइल आपको तीसरे आसमान की तरफ ले चले. तीसरे आसमान के दरवाजे पर भी पहले और दुसरे आसमान की तरह पूछ-ताछ हुई और फिर आप तीसरे आसमान पे दाखिल हुए, यहाँ आपने एक खूबसूरत शख्स को देखा और जिब्राइल से दरयाफ्त की के ये कौन हैं? जिब्राइल ने फ़रमाया, ये हजरते युसूफ अलैहि हैं. यहां भी आपका इस्तकबाल प्यारे भाई और प्यारे रसूल मरहबा कह कर किया गया. फिर आप चौथे आसमान की तरफ गए और पूछ-ताछ हुई और आपने फिर चौथे आसमान पे कदम रखा. आपने वहाँ हज़रते इदरीस अलैह्यि को देखा और उनसे मुलाकात की. इदरीस अलैहि भी आपसे मुहब्बत से मिले और आपका इस्तकबाल उन्ही लफ्ज़ों में रसूल मरहबा कह कर किया गया. फिर आप चौथे आसमान की तरफ गए और पूछ-ताछ हुई और आपने फिर चौथे आसमान पे कदम रखा. आपने वहाँ हज़रते इदरीस अलैह्यि को देखा और उनसे मुलाकात की. इदरीस अलैहि भी आपसे मुहब्बत से मिले और आपका इस्तकबाल उन्ही लफ्ज़ों में किया जैसा के पिछले आसमानों पर फिर आप पांचवे आसमान की पर गए और वहाँ भी पूछताछ के बाद आपने वहाँ हज़रते हारुन अलैहि को देखा जो हज़रते मूसा अलैहिए के बड़े भाई भी थे. हज़रते हारुन ने भी उनका इस्तकबाल प्यारे भाई और प्यारे नबी जैसे अल्फाजों से किया. फिर आप छठे आसमान पे पहुँचे और वहां आपकी मुलाकात मूसा अलैहिए से हुई. उन्होंने भी आपका इस्तकबाल बहुत अच्छे से किया और प्यारे भाई और प्यारे नबी कहा. फिर आप आगे बढ़ने लगे तो अपने देखा के मूसा अलैहिए रोने लगे. आपने रोने की वजह जानना चाही. उन्होंने (हज़रते मूसा) बताया के आप मेरे बाद आने वाले नबी हैं मगर मेरी उम्मत आपकी उम्मत के मुकाबले छोटी होगी, बस इसलिए मेरी आँखों में आंसू हैं, फिर आप आखरी और सातवें आसमान पे गए और यहाँ आपने एक


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